कवि तथा आलोचक के रूप में कुमार कृष्ण का नाम हिंदी पाठकों के लिए सुपरिचित हैं | इनकी नौ कविता पुस्तकें -‘डरी हुई जमीन‘,’पहाड़ पर बदलता मौसम‘,’खुरों की तकलीफ़‘,’घमर‘,’पहाड़ पर नदियों के घर‘,’इस भयानक समय में‘,’चुनी हुई कविताओं का संग्रह-‘मेरी कवितायेँ‘,गज़ल संग्रह-‘काठ पर चढ़ा लोहा‘तथा सम्पूर्ण कविताओं का संग्रह -‘गाँव का बीजगणित‘,सात आलोचनात्मक पुस्तकें-‘समकालीन साहित्य:’विविध
PROF. KUMAR KRISHNA